dard maut shayari

ज़िन्दगी एक अनमोल तोहफा है, लेकिन जब यह तोहफा ज़ख्मों से भर जाए, तब इंसान मौत को भी गले लगाने को तैयार हो जाता है। हर दर्द की एक हद होती है, और जब वो हद पार हो जाती है, तो मौत भी एक राहत जैसी लगने लगती है। ऐसे जज़्बात को बयां करना आसान नहीं होता, लेकिन शायरी एक ऐसा माध्यम है जो दिल की सबसे गहरी बात को दो मिसरों में कह जाती है। “दर्द मौत शायरी” उन एहसासों की आवाज़ है, जिन्हें अक्सर लोग छुपा लेते हैं – वो दर्द, वो तन्हाई, वो टूटन जो एक व्यक्ति को मौत तक सोचने पर मजबूर कर देती है।

जब रिश्ते टूटते हैं, जब अपना कोई साथ छोड़ देता है, जब प्यार में सिर्फ़ बेवफाई मिलती है – तब इंसान मुस्कराता नहीं, सिर्फ़ जीता है। और कभी-कभी, जीना भी बोझ बन जाता है। ऐसे में ये शायरी उन भावनाओं की अभिव्यक्ति है जो शब्दों में ढलती नहीं, बस दिल में रह जाती हैं। नीचे दी गई हर शायरी एक सच्ची भावना की तस्वीर है, जो मौत और दर्द के उस अंधेरे कोने से निकली है जहां रोशनी की कोई जगह नहीं होती। ये सिर्फ़ अल्फ़ाज़ नहीं, किसी टूटे दिल की पुकार है।

Dard Bhari Maut Shayari

Dard Bhari Maut Shayari


दर्द इतना था कि साँस भी बोझ लगने लगी,
मौत आई तो जैसे राहत सी मिलने लगी।

 


हर रोज़ मरते हैं तेरी यादों में,
मौत भी शरमा गई हमारी आदतों से।

 


ज़ख्म दिल के इतने गहरे हो गए,
कि अब सिर्फ़ मौत ही सच्चे लगने लगे।

 


हँसते-हँसते ज़िन्दगी गुज़ार दी,
अब तो मौत भी मुस्कुराकर आ जाए तो अच्छा है।

 


कोई जीते हुए मर जाए,
वो दर्द मौत से कम नहीं होता।

 


जीने की तमन्ना भी रूठ गई है,
अब मौत से मिलने की चाहत जागी है।

 


कुछ लोग दर्द देकर चले जाते हैं,
और पीछे मौत को इंतज़ार में छोड़ जाते हैं।

 


सुकून की तलाश में उम्र बिताई,
अब मौत को गले लगाने की बारी आई।

 

Sad Dard Maut Shayari

Sad Dard Maut Shayari


अब दर्द से रिश्ता हो गया है,
और मौत से मोहब्बत सी लगने लगी है।

 


ना चैन मिला, ना सुकून मिला,
अब मौत ही आख़िरी मंज़िल लगती है।

 


आँखें नम, दिल वीरान,
मौत भी अब लगती है मेहरबान।

 


लोग कहते हैं दर्द से मत डर,
मैं कहता हूँ, अब डर सिर्फ़ जीने से लगता है।

 


जीते जी मरना सीख लिया है,
अब मौत की ज़रूरत महसूस नहीं होती।

 


जब अपना ही दिल तोड़ दे,
तब मौत भी कम लगती है उस धोखे से।

 


हँसते चेहरों के पीछे छुपे आँसू,
बताते हैं दर्द का असली चेहरा।

 


हर शायरी में अब मौत बसी है,
क्योंकि ज़िन्दगी में अब कोई बात नहीं रही।

 

ये भी पढ़े: 100+ fake smile shayari

Dard Maut Shayari on Love

Dard Maut Shayari on Love


इश्क़ ने ऐसा दर्द दिया,
कि अब मौत से ही राहत मिली।

 


तुझसे मोहब्बत की थी दिल से,
और तूने मौत दे दी हँसते-हँसते।

 


प्यार में जिए, प्यार में मरे,
और मौत को भी मोहब्बत से पुकारा हमने।

 


तेरा जाना ही मेरी मौत का सबब बना,
अब साँसें भी बेमतलब लगती हैं।

 


जिस मोहब्बत को खुदा समझा,
उसी ने मौत से मिलवाया।

 


दिल तो कब का टूट गया था,
मौत ने बस औपचारिकता निभाई।

 


एक तेरा ना होना काफी था,
मेरी रूह को मार डालने के लिए।

 


मोहब्बत भी अजीब मौत देती है,
जिस्म ज़िंदा होता है, लेकिन रूह मर जाती है।

 

Dard Maut Shayari on Life

Dard Maut Shayari on Life


ज़िन्दगी ने हर मोड़ पर दर्द ही दिया,
मौत शायद कुछ राहत लेकर आए।

 


जीते-जी तो कोई साथ ना आया,
अब मौत को ही हमसफ़र बना लिया।

 


हर दिन एक सज़ा बन गया है,
शायद अब मौत ही न्याय करेगी।

 


ज़िन्दगी एक तंग गलियों का नाम है,
जहां मौत ही आख़िरी रास्ता है।

 


दर्द ही दर्द है हर तरफ़,
और मौत ही अब मंज़िल नज़र आती है।

 


मुस्कान तो बस मुखौटा है,
असली मैं तो मर चुका हूँ पहले ही।

 


साँसें चलती हैं पर जी नहीं रहा,
शायद मौत अब नज़दीक ही है।

 


ये कैसी ज़िन्दगी है जिसमें सुकून नहीं,
अब तो मौत की गोद प्यारी लगती है।

 

Dard Maut Shayari on Marriage

Dard Maut Shayari on Marriage


शादी के बाद जो जिंदा लाश बना दिया,
वो रिश्ता मौत से भी ज्यादा खतरनाक था।

 


बंधन नहीं, कफ़न पहनाया था मुझे,
उस शादी के नाम पर।

 


निकाह किया था सुकून के लिए,
पर वो तो मौत की शुरुआत निकली।

 


शादी का नाम लेकर जो रिश्ता बना,
उसमें हर रोज़ एक मौत मरना सिखा।

 


न पत्नी रही अपनी, न ज़िन्दगी,
अब तो मौत ही मेरी सच्चाई है।

 


शादी ने दिल को दर्द और मौत का घर बना दिया।

 


सात फेरे लिए थे साथ चलने को,
अब तो अकेले ही मौत की राह देख रहा हूँ।

 


शादी के बाद जिस्म जीता रहा,
पर रूह तो कब की दफ़्न हो चुकी है।

 

Dard Maut Shayari on Family

Dard Maut Shayari on Family


अपनों से मिला वो दर्द,
जिसने मौत को भी अपना बना लिया।

 


परिवार ने दिया जो ज़ख्म,
कोई गैर भी ऐसा ना करता।

 


अपने ही जब दुश्मन बन जाएँ,
तो मौत दोस्त जैसी लगने लगती है।

 


घर की दीवारों में गूँजता है सन्नाटा,
और दिल में बस मौत का इरादा।

 


परिवार का नाम सुनते ही अब डर लगता है,
क्योंकि वहीं से शुरुआत हुई थी टूटने की।

 


जब मां-बाप समझें ना,
तब दुनिया क्या समझेगी।

 


अपनों का दिया दर्द ही सबसे गहरा होता है,
और मौत ही उसका इलाज।

 


अब तो दिल यही चाहता है,
इस दर्द को मौत ही चुरा ले।

Similar Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *